अनूठा होगा जयपुर का,अंतरराष्ट्रीय विश्वकर्मा स्वर्णकला शो।

हैदराबाद,नाद की आवाज।

भारतीय स्वर्णकार संघ ओर वेडिंग ड्रीम के संयुक्त तत्वावधान में 31अगस्त से 2 सितंबर तक (तीन दिवसीय) अंतरराष्ट्रीय विश्वकर्मा स्वर्णकला शो का आयोजन किया जा रहा है।इस बी टू बी प्रदर्शनी में देश के कोने कोने से स्वर्ण कला कारीगरों के द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के परम्परागत आभूषणों का प्रदर्शन किया जाएगा,जिसमें कोल्हापुरी ज्वैलरी,मणिपुरी ज्वेलरी,थेवा ज्वेलरी, बंगाली ज्वेलरी ,ड्रैगन ज्वेलरी, कश्मीरी ज्वेलरी, तमिलनाडु ज्वेलरी,राजस्थानी ज्वेलरी, टेंपल ज्वैलरी, कुंदन मीना ,पोलकी आदि प्रमुख हैं। 

Shri Jagadish Mayach,vice president BSS

देश के कोने कोने से,आभूषण शिल्प की उत्कृष्ट कारीगरी,भव्यता,ओर मनभावन डिजाइन के सोने और चांदी के आभूषणों का प्रदर्शन किया जाएगा।साथ ही साथ सोने और चांदी के आभूषण बनाने की कला का लाइव प्रदर्शन भी होगा। 

जयपुर के बिड़ला आडिटोरियम में आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय विश्वकर्मा स्वर्णकला शो में देश के कोने कोने से आए स्वर्णकला के साधक, हस्तशिल्पी कारीगर, ओर विश्वकर्मा समुदाय के लोग, रंग बिरंगे रत्नों की सतरंगी छटा के साथ अपने हुनर ओर कला का जादू बिखेरेंगे, सोने ओर चांदी से बनी बेहतरीन कलाकृतियां प्रदर्शित करेंगे।भारतीय आभूषण शिल्प की उत्कृष्टता भव्यता ओर मनभावन डिजाइनो की पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान है। ये ही कलाकृतियां जयपुर के दर्शकों ओर कलाप्रेमियों के लिए सहजता से सुलभ होगी। प्रदर्शनी में एंट्री करने के लिए आनलाइन फ्री पास की व्यवस्था की गई है।एक बार आनलाइन आवेदन कर तीन दिवसीय प्रवेश मिल सकेगा।

सोने और चांदी क गहने सभी प्रदेशों  ज्वेलरी के साथ ही साथ सोने और चांदी के आभूषण बनाने की कला का लाइव प्रदर्शन भी होगा। यह  प्रदर्शनी स्वर्ण-रजत कला के के लिए मील का पत्थर साबित होगी।पहली बार पारम्परिक आभूषण निर्माताओं को एक सशक्त मंच के माध्यम से अपनी कला को आम जनता के समक्ष रखने का अवसर मिलेगा।साथ ही खरीददारों से संवाद स्थापित करने के साथ ही साथ अपनी प्रतिष्ठा ओर साख को उपभोक्ता ओर खरीदारों के बीच बढ़ाने का अवसर मिलेगा।

इसके साथ ही खरीदारों और मैन्युफैक्चरर के बीच बिचौलियों की मध्यस्थता खत्म होगी जिससे कलाकार को पूरा दाम मिलेगा,खरीददारों को उचित मूल्य पर आभूषण ज्वेलरी मिल सकेगी। 

साथ ही आभूषण बनाने में आवश्यक महत्वपूर्ण घटकों की जानकारी मिलेगी। बिरला ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाली इस प्रदर्शनी में लगभग 120 स्टाल लगाई जाएगी,  एम एस एम ई(MSME) के द्वारा PMS योजना के तहत प्रथम 60 एग्जीबिटर्स को 80% राशि का पुनर्भरण (Reimburse ) किया जाएगा।

प्रदर्शनी में मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, जेमोलोजिकल इंस्टिट्यूट ऑफ़ अमेरिका (GIA) एंड वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC), नेशनल जेम्स एंड ज्वैलरी काउंसिल ऑफ़ इंडिया (NGJCI), राजस्थान चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (RCCI), जेमोलोजिकल इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (GII) संस्थाओं का सहयोग प्राप्त है।सोने और चांदी के आभूषण निर्माताओं को इस अभूतपूर्व अवसर का लाभ उठाना चाहिए।


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