वंचित समाज की मांग राजनीतिक भागीदारी मिले।
जयपुर,नादकीआवाज।
सर्व स्वर्णकार समाज नेतृत्व विकास और "सर्वे वंचित समाज महासंघ " के सयुंक्त तत्वावधान मे "राजनीति मे प्रतिनिधित्व विहीन समाजों को प्रतिनिधित्व मिले" विषय पर एक सेमिनार फतेहचंद सोनी की अध्यक्षता में
आयोजित की गई।
इस अवसर पर त्रिलोकचंद कड़ेल ने इस आयोजन को वंचित समाजों की जरूरत बताया और कहा कि उच्च सदनो मे इनका प्रतिनिधित्व नहीं होने के कारण अन्य समाजो से पिछड गये है,अत: देश के सभी उच्च सदनो मे वंचित समाजों की सीटे आरक्षित करवाना आवश्यक है ।मुख्य अतिथि भारतीय स्वर्णकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुलीचन्द कड़ेल ने बताया कि आज समय आ गया है कि सभी वंचित समाज एक मंच पर आकर अपने हक के लिए, आवाज उठाऐं।
इस अवस र पर सर्वे वंचित समाज के संयोज क एस एन साहू , रामबाबू पांचाल, यादराम पटवा, ओमप्रकाश सैन,राजेन्द्र पवार,सुखदेव सेन,विनोद राय,हनुमान जागा,दिनेश ठठेरा,अशोक सौनालिया, बाबूलाल डांवर,सत्यनारायण डांवर, शिल्पगुरू इन्द्रसिंह कुदरत, जसवंत सिंह मीनाकार, विजय जागा,अनिल दिल्लीवाल ,राजेन्द्र वर्मा, राकेश जोडा,बाबूलाल कड़ेल, विष्णु साहू,अनिल साहू, बृजमोहन ठठेरा,प्रभात तमोली, नारायण मौसूण आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम मे मुख्य भूमिका घनश्याम बबेरवाल, बबलू कुल्थिया, बन्टी डांवर, ओम प्रकाश सरून्डिया ,अजय सुगन्धा, हेमन्त बेराडिया, मनोज कड़ेल,नवरत्न मल कड़ेल,लालचंद भामा ,राजेश भवण, गजानंद भावर,मधुसूदन भोण, बन्टी डांवर,दीपक रोड़ा,कन्हैयालाल मोसूण, जगदीश जमवाल, अशोक मौसूण,विजय माडण, महेंद्र डांवर आदि प्रमुख थे।मंच का सफल संचालन श्यामसुंदर जोड़ा ने किया।
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